उड़ी आतंकी हमला : युद्ध की जरूरत ही नहीं, भारत के 10 कूटनीतिक कदम पाकिस्तान को दिखा सकते है उसकी औकात

Uri Terrorist Attack : No War with Pakisthan - 10 alternet ways to beat him
Uri Terrorist Attack : No War with Pakisthan – 10 alternet ways to beat him

Hello Dear Friends,

18 सितम्बर 2016 घाटी फिर लाल हुई। ये लाल रंग लहू का था और लहू हमारे सैनिकों का। सोते हुए निहत्थे सैनिकों पर इस प्रकार का कायरतापूर्ण हमला। इसे क्या कहा जाए? जम्‍मू-कश्‍मीर के उड़ी में Army Base Camp में हुए आतंकी हमले में हमारे 18 जवानों के शहीद हो जाने के बाद पूरे देश की जनता में पाकिस्‍तान के खिलाफ गुस्‍सा आैर रोष दिखाई दे रहा है। ऐसे में T.V. Channels, News Papers, Social Media से लेकर गली के नुक्कड़ पर होने वाली बहसों तक में गुस्साए लोग सरकार को सलाह दे रहे हैं कि अब मोदी सरकार को बिना वक़्त गंवाए पाकिस्तान पर हमला कर देना चाहिए। सभी चाहते है कि अब कोई वार्ता नहीं होनी चाहिए अब आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए और पाकिस्तान को घर में घुसकर मुँहतोड़ जवाब देना चाहिए। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि क्या युद्ध लड़ने से ये समस्या खत्म हो जाएगी? क्या 18 जवानों के खून का बदला लेने के लिए हजारों जवानों को खून बहाने के लिए युद्ध में झोंक देना सही होगा? अगर नहीं, तो क्या किया जाये? कैसे इस तरह के रोज़ रोज़ होने वाले आतंकी हमलों से निजात मिले? किस तरह से फिर हमारे स्वर्ग समान कश्मीर में शांति स्थापित हो और ऐसे क्या कदम उठाए जाएं ताकि फिर से देश के निर्दोष नागरिकों और जवानों के खून से धरती लाल ना हो?

आज़ादी से लेकर आज तक पाकिस्तान द्वारा कश्मीर घाटी में लगातार कोई ना कोई हमला किया जाता रहा है। हमसे अब तक तीन आमने-सामने के युद्ध हारने के बाद उसने पैंतरा बदलकर छदम (Proxy) युद्ध शुरू कर दिया है। भोले-भाले कश्मीरियों को गुमराह करके लगातार घाटी में अस्थिरता फैलाने की कोशिशों में लगा है। अब जबकि वह अन्तराष्ट्रीय समुदाय के सामने बेनकाब हो गया है और जानता है कि पानी सर से ऊपर हो चुका है, तो भारत को परमाणु हमले की धमकी देने से भी बाज नहीं आ रहा। आज पूरे देश में गुस्सा है और हर तरफ से बदला लेने की आवाजें आ रही हैं। वर्तमान परिद्रश्य में सबसे अच्छी बात यह है कि देश के जवानों पर हमले को इस देश के हर नागरिक ने अपने स्वाभिमान के साथ जोड़ा है और पूरा देश एक सुर में कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहा है। हर ओर से एक ही आवाज, अब और नहीं!

यकीनन अपने जवानों की लगातार मौतों से गुस्साए लोगों कि यह प्रतिक्रिया स्वाभाविक है, लेकिन दुनिया के ज्यादातर लोगों की तरह मुझे भी लगता है कि आज की दुनिया में युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। विनाशकारी परमाणु हथियारों और दूर तक मार करने वाले मिसाइलों के इस युग में युद्ध लड़े तो जा सकते हैं, जीते हरगिज़ नहीं जा सकते। दरअसल, इससे दोतरफ़ा विनाश के सिवा कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। वैसे भी पाकिस्तान हमारे विरुद्ध सीधा नहीं, छदम (Proxy) युद्ध लड़ रहा है। सीधे युद्ध में उतरने के सिवा भारत के पास भी ऐसे बहुत सारे कूटनीतिक विकल्प उपलब्ध हैं, जिनके सहारे हम चाहे तो कुछ ही अरसे में पाकिस्तान को उसकी औक़ात बता सकते है। मेरी दृष्टि में भारत को राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए पाकिस्तान के ख़िलाफ़ तत्काल ये क़दम उठाने चाहिए।

भारत के 10 कूटनीतिक कदम पाकिस्तान को दिखा सकते है उसकी औकात

1. सबसे पहला और कारगर कदम है कि पाकिस्तान के साथ सभी तरह के राजनीतिक और कूटनीतिक रिश्तों को तुरन्त प्रभाव से समाप्त कर देना चाहिए। भारत को पाकिस्तान स्थित अपना दूतावास भी तत्काल बंद देना चाहिए और सभी पाकिस्तानी राजनयिकों को वापस पाकिस्तान भेज देना चाहिए।

2. पाकिस्तान के साथ किसी भी स्तर की बातचीत को हतोत्साहित किया जाए। उसे यह दिखाना होगा कि भारत की उदारवादी छवि का अब वो नाजायज़ लाभ नहीं ले सकेगा।

3. पाकिस्तान से “Most Favored Nation” का दर्ज़ा छीनकर उसे “शत्रु राष्ट्र” घोषित किया जाना चाहिए। हालांकि इस कदम से भारत के आर्थिक हित पाकिस्तान से थोड़े ज्यादा ज़रूर प्रभावित होंगे, लेकिन राष्ट्रीय अस्मिता के लिए इतना घाटा बर्दाश्त किया जा सकता है।

4. पाकिस्तान में आयोजित सार्क सम्मेलन का भी प्रत्यक्ष रूप से भारत को बहिष्कार करना चाहिए।

5. एक और सबसे बड़ा और कारगर कदम यह है कि भारत पाकिस्तानी विमानों के भारत से होकर गुजरने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दे। क्योंकि ज्यादातर पाक विमान भारतीय वायु सीमा से होकर ही गुज़रते हैं। जब पाकिस्तान के विमानों को लंबे समुद्री मार्ग से होकर जाना पड़ेगा तो उसकी अर्थव्यवस्था घुटनों के बल आ जाएगी। वैसे भी 1971 के युद्ध में बांग्लादेश की घेराबंदी के दौरान यह काम भारत सफलतापूर्वक कर चुका है।

6. भारत को बलूचिस्तान की आज़ादी के समर्थन का अभियान सिर्फ “धन्यवाद-ज्ञापन” तक सीमित नहीं रखना चाहिए। भारत को उनकी नैतिक, आर्थिक और कूटनीतिक हर तरीके से हरसंभव मदद करनी चाहिए। इसके साथ ही उसके विद्रोही नेताओं को भारत में शरण देने के अलावा वैश्विक स्तर पर उसका समर्थन तेज कर देना चाहिए। इससे पाकिस्तान बौखला जायेगा पर कर कुछ नहीं पायेगा।

7. यह एक और बड़ा और कारगर कदम है जो भारत को बहुत पहले उठा लेना चाहिए था। पाक अधिकृत कश्मीर चूंकि भारत का अभिन्न अंग है, इसलिए उसके सांसदों के लिए आबादी के हिसाब से संसद में सीटें सुरक्षित कर दी जानी चाहिए। जब तक उस पर भारत का कब्ज़ा बहाल नहीं हो जाता, राष्ट्रपति पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को संसद में नामित करें। यह भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिहाज़ से बहुत ही महत्वपूर्ण है।

8. भारत पाकिस्तान में रहने वाले हाफ़िज़ सईद, मसूद अज़हर, लखवी, दाऊद सहित अपने सभी वांछित आतंकियों पर भारी ईनाम की घोषणा करे और इसे दुनिया भर में प्रचारित करे। साथ ही इन सभी के खिलाफ़ Interpol से Red Notice और Warrant जारी करवाने का हरसंभव प्रयास करे।

9. पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित कराने का अभियान पूरे सबूतों के साथ भारत को संयुक्त राष्ट्र सहित दुनिया भर में तेज कर देना चाहिए। इससे भारत को कम से कम यह तो पता लग ही जाएगा कि आतंक के ख़िलाफ़ उसकी लड़ाई में दुनिया के कितने देश उसके साथ खड़े हैं।

10. और अंतिम सुझाव हालांकि कुछ लोगों को थोड़ा अमानवीय ज़रूर लग सकता है, लेकिन जब सारे उपाय असफल सिद्ध हो जाएं तो यह तो कारगर साबित होगा ही होगा, इसमें कोई दोराय नहीं है। “सिन्धु नदी समझौते” को रद्द कर पाकिस्तान को पानी बंद करना सबसे कारगर उपाय होगा। पाकिस्तान में कुल पानी की खपत का 80% सिन्धु नदी के पानी पर ही निर्भर है। भारत के इस क़दम से पाक की कृषि व्यवस्था चौपट हो जाएगी। इसके साथ ही लगभग 70% भू-भाग रेगिस्तान में बदल जायेगा। हालांकि इस समझौते को तोड़ने के लिए भारत को बहुत तैयारी करनी होगी। क्योंकि सिन्धु नदी का पानी अपने आप में एक समन्दर है जिसके लिए भारत को बहुत से बांध और नहरे बनानी होगी।

भारत माँ की अस्मिता की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को मैं CSC की ओर से अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

||Thank You||

तो दोस्तों ये post थी “उड़ी आतंकी हमले का बदला युद्ध से लेने के बजाय अन्य कूटनीतिक विकल्पों के बारे में हिन्दी में”। आपको यह Post कैसी लगी और मेरी बातों व विचारों से आप कितने सहमत है Please Comment करके मुझे बताये। आपके comments और सुझाव मेरे लिए बहुत आवश्यक तथा प्रेरणादायक होंगें। वैसे उम्मीद करता हूँ कि आपको यह Post पसंद आई होगी। दोस्तों अगर आपको यह post पसंद आये तो इसे बाकी दुसरे लोगों और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे साथ ही मेरे Facebook Page को Like करे। Dear Friends, मेरी जिम्मेदारी बनती है कि मैं आपको कुछ अच्छी और सही जानकारी प्रदान करू और अगर आप यहाँ से कुछ सीख रहे हो तो यह आपकी जिम्मेदारी बनती है कि उस जानकारी को निचे दिए गए links पर Click कर शेयर करे और अपने दोस्तों तक पहुँचाये।

Chandan Saini

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Shiv
Shiv
8 years ago

Ise kahenge saap bhi mar jaye aur lathi bhii Na tute